Mountains Facts and Knowledge – UPSC, IAS, SSC, Railway, NDA, Bank

Mountains (Parvat) Facts and Knowledge – UPSC, IAS, SSC, Railway, NDA, Bank 

  1. हिमालय पर्वत
  2. अरावली पर्वत
  3. विंध्याचल पर्वत
  4. रैवतक पर्वत
  5. महेंद्र पर्वत
  6. मलय पर्वत
  7. सह्याद्रि पर्वत

Parvat

हिमालय पर्वत (Himalaya Parvat)

  •  यह विश्व का सबसे ऊंचा पर्वत है जिसमें देवी देवताओं का वास है
  •  पवित्र नदियों का उद्गम स्थल है
  •  बद्रीनाथ केदारनाथ कैलाश मानसरोवर वैष्णो देवी अमरनाथ आदि पुण्य स्थल इसी पर हैं
  •  भारत में 24 किलोमीटर लंबाई 160 से 400 किलो मीटर चौड़ाई में स्थित है
  • हिमालय पर्वत 7 देशों की सीमाओं में फैला हैं। ये देश हैं- पाकिस्तान,अफगानिस्तान , भारत, नेपाल, भूटान, चीन और म्यांमार।

Himalaya Parvat

 अरावली पर्वत

  •  दिल्ली के दक्षिण सिरे से प्रारंभ होकर हरियाणा राजस्थान व गुजरात तक यह पर्वतमाला फैली हुई है
  •  यह पर्वत महाराणा प्रताप की उत्सर्ग कर्तव्य तथा  शौर्य का साक्षी है
  • यह विश्व के प्राचीन पर्वतों में से एक है

 विंध्याचल पर्वत

  • मध्यवर्ती भाग में गुजरात से लेकर तिहार वह उत्कल तक फैला है
  •  यह 40000 वर्ग मील क्षेत्र में फैला है इसकी लंबाई 100 किलोमीटर तथा औसत ऊंचाई 700 मीटर है
  • चंबल बेतवा केन श्रीपा बनास सोन नदियों का उद्गम स्थल है उज्जैनी जबलपुर विंध्यवासिनी मिर्जापुर महाकाली मंदिर काली को तथा अष्टभुजा देवी आदि तीर्थ स्थल इसी में है

रैवतक  पर्वत  (गिरनार)

  •  गुजरात प्रांत के काठियावाड़ जिले में यह पर्वतमाला स्थित है
  • इन पहाड़ियों की औसत ऊँचाई 3,500 फुट है पर चोटियों की संख्या अधिक है। सर्वोच्च चोटी 3,666 फुट ऊँची है
  • यहां मल्लिनाथ और नेमिनाथ के मंदिर बने हुए हैं । यहीं पर सम्राट अशोक का एक स्तंभ भी है ।
  • This mountain is identified to be the Girnar mountains in Gujarat.
  • भगवान शंकर ने भी यहां निवास किया था
  • यहाँ से नारायण श्री कृष्ण के सबसे बड़े भ्राता तीर्थंकर भगवन देवादिदेव 1008 नेमीनाथ भगवान ने मोक्ष प्राप्त किया है
  • जैन संप्रदाय का पवित्र स्थल शत्रुंजय या पालीताना यही है
  • सोमनाथ ज्योतिर्लिंग यहां से थोड़ी दूर ही स्थित है

 महेंद्र पर्वत

  •  यह उड़ीसा का एक प्रमुख पर्वत है जो गंजाम जिले में है
  • समुद्र समुंदर तल से इसकी ऊंचाई 1500 मीटर है
  • गोकर्णेश्वर मंदिर यहां का सबसे प्रमुख मंदिर है
  • भगवान परशुराम का आवास इसी पर्वत पर है

मलय पर्वत (नीलगिरी पर्वत)

  • कर्नाटक के दक्षिण भाग तथा तमिलनाडु में यह पर्वत फैला है
  • मलय का अर्थ होता है सफेद चन्दन का वृक्ष।
  • यहां पर चंदन की सघन वन है
  • अनेक ऋषि यों की है तपस्या स्थल है
  • यहां पर अनेक ओसियां तथा मसालों की कृषि भी होती है

 सह्याद्रि पर्वत

  • भारत के पश्चिम तट के साथ गुजरात महाराष्ट्र कर्नाटक राज्य में मलय पर्वत का विस्तार है
  • गोदावरी,  कृष्णा कावेरी का उद्गम स्थल सी पर्वतमाला में है
  • त्र्यंबकेश्वर महाबलेश्वर भीमसंकर ब्रह्मगिरि भगवती भवानी बोध चित्र प्रसिद्ध तीर्थ स्थल इसी क्षेत्र में है
  • शिवाजी महाराज की समाधि भी इसी पर्वत माला पर है ब्रह्मा जी ने सृष्टि के प्रारंभ में यहां पर यह किया था

 


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